परिचय


अखिल भारतीय कला उत्सव गाजियाबाद 2005: एक दृष्टि !
डॉ.लाल रत्नाकर 

गाजियाबाद देश की राजधानी दिल्ली के करीब का शहर होने के साथ साथ उत्तर प्रदेश का एक औधोगिक शहर है इसका विकास जितने अल्प समय मे हुआ है निश्चित रूप से यह प्रतीत होता है कि भविष्य मे यह शहर विभिन्न विधाओ का केन्द्र बनेगा। ऐसे मे समय की मांग है कि इस शहर मंे कला एंव सास्कृतिक गतिविधिया बढे़ इसी उद्येश्य से विगत कई वर्षांे से अनेक प्रयास हुए है उदाहरणार्थ 2004 में राज्य ललित कला अकादमी उ0 प्र0 के  तात्वाधान मे आयोजित त्रिदिवसीय क्षेत्रीय कला प्रदर्शनी का आयोजन एक दिवसीय चित्रकला कार्यशाला, संगोष्ठी तथा सास्कृतिक कार्यक्रम का प्रभाव कला शुभेक्षुओ एवं कला प्रेमियांे पर हुआ जिसकी चर्चा लंम्बे समय तक पूरे प्रदेश एवं देश के विभिन्न हिस्सो मे हुई है। जनसामान्य की प्रभावी प्रतिक्रिया से उत्साहित होकर इस वर्ष 2005 मे राज्य ललित कला अकादमी उ0 प्र0 त्रिदिवसीय प्रदशर््ानी के लिए गाजियाबाद का पुनः चयन किया गया । इसकी अभूतपूर्व सफलता से उत्साहित हो पांच दिवसीय अखिल भारतीय कला उत्सव एवं कार्यशाला का आयोजन जिला प्रशासन के सहयोग से किया गया जिसमे देश के विभिन्न हिस्सो से विख्यात कलाकारो ने भाग लिया तथा अपनी कला कृतियो की रचनाओं का प्रदर्शन किया। माननीय जिलाधिकारी श्री संतोष कुमार यादव के संरक्षकत्व मे आयोजित अखिल भारतीय कला उत्सव गाजियाबाद, गाजियाबाद के कला इतिहास मे स्वर्ण अक्षरो मे अंकित हो गया है। दिनांक 16,17,18,19 व 20 फरवरी 2005 स्थान कविनगर सामुदायिक केन्द्र गाजियाबाद मे देश के जाने माने कलाकारो का जमघट हुआ जिसमंे मुख्यतः चित्रकारो द्वारा पांच दिवसीय कला शिविर का आयोजन, संास्कृतिक कार्यक्रम एवं दिनांक 20 से 25 फरवरी 2005 तक चित्र प्रदर्शनी गाजियाबाद की ऐतिहासिक घटना के रूप मंे जाने जायेगे।
उद्घाटन
इस कार्यक्रम का उद्घाटन श्री राजेन्द्र यादव व श्री आशोक वाजपेयी द्वारा 16 फरवरी 2005 को प्रातः 11 बजे संम्पन्न हुआ, कार्यक्रम के अध्यक्ष व संरक्षक संतोष कुमार यादव जिलाधिकारी गाजियाबाद ने मुख्य अतिथियो व देश भर से आये कलाकारो का स्वागत करते हुए शहर वासियो से आहवान किया कि गाजियाबाद की छवि बदलने के लिए इस तरह के आयोजन आवश्यक है, कला उत्सव के आयोजन पर विस्तार से अपने विचार व्यक्त करते हुए भावी योजनाओ की जानकारी दी जिसमंे शीघ्र ही कलाधाम का निर्माण, उसमें नियमित रूप से इस तरह के कार्यक्रमो को आयोजित करने एवं दैनिक रूप से गतिविधियां होने पर बल देते हुए प्रशासन के इसी तरह के सक्रिय सहयोग देने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर अपने संम्बोधन मे प्रख्यात साहित्यकार एवं हंस के संपादक  श्री राजंेद्र यादव ने कलाओ के विकास पर प्रकाश डालते हुए आम आदमी तक कला के प्रभाव एवं समझ का विस्तार करने के लिए इस तरह के आयोजन की प्रशंसा की । प्रसिद्ध  संस्कृतिधर्मी अशोक वाजपेयी विशेष रूप से कला के माघ्यम से नगर की छवि को सुधारने के लिए जिलाधिकारी एवं आयोजको की इस सूझ की प्रशंसा की। प्रसिद्ध साहित्यकार से0 रा0 यात्री ने कार्यक्रम मे अतिथिगण का परिचय दिया। जयनारायण सिह, वरिश्ठ पुलिस अधिक्षक गाजियाबाद ने समस्त अतिथियो के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 अशोक कुमार जैन ने किया।   
चित्रकार कार्यशाला:
गाजियाबाद पूरे सप्ताह तक देश के नामी गिरामी कलाकारो को नित्य खुले प्रांगण मे चित्र रचना के प्रदर्शन से अभिभूत रहा, जिसको अपार जन समूह जिसमे कला प्रेमी, कलाकार, छात्र-छात्राये निरंतर अवलोकनार्थ आते रहे। जिसमे सभी अमंत्रित कलाकारो ने दो-दो चित्र बनाये इनमंे पी0एन0 चोयल-उदयपुर, राजस्थान, वीरेंद्र सिंह राही-आईफेक्स, नई दिल्ली, मुरली लाहुटी-पुणे, महाराष्ट््र, डाॅ0 बलदेव गम्भीर-अमृतसर, पंजाब, आबिद सूरती-सूरत, गुजरात, जीतेंन हजारिका-असम, आर0 के0 यादव-नई दिल्ली, एस0 कृष्णप्पा-बैंगलोर, डाॅ0 एच0 एन0 मिश्रा-देहरादून, उत्तराखंड, डाॅ0 राम शब्द सिंह-सहारनपुर, उ0 प्र0, एस0 प्रणाम सिह-मणिपुर, डाॅ0 महेश चंद्र शर्मा-खैरागढ़, छत्तीसगढ़ एवं डाॅ0 लाल रत्नाकर (संयोजक, कला उत्सव) । स्थानीय चित्रकारो मे डाॅ0 लता वर्मा, मनोज कुमार बालियान, विनोद जैन, डाॅ0 राकेश कुमार सिह, राम बली प्रजापति, श्रीमती भावना तायल, श्रीमती सुनीता रानी, कु0 रेनू यादव, कु0 पूजा श्रीवास्तव, कु0 सुनीता यादव, श्रीमती कविता बालियान, विजय एम0 ढोरे, संदीप सिह, भानु प्रकाश दास, कुमार संतोष, आकाश झा, श्रीमती अनुराधा भदौरिया एवं यदु व पुरू यादव आदि चित्रकारो ने विभिन्न माध्यमो मे चित्र रचना की।
सांस्कृतिक कार्यक्रम:
कला उत्सव मे दिन भर की थकान एवं संाध्यकालीन मनोरंजन हेतु संास्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए जिसका शुभारम्भ दिनांक 16.02.2005 को जिलाधिकारी के यहां रात्रि भोज के अवसर पर आयोजित काव्य संध्या से हुआ जिसमंे गोपाल दास नीरज, वसीम बरेलवी, कीर्ती काले सहित देशभर के अनेक सुप्रसिद्ध कवि एवं शायरो ने अपने काव्य पाठ के ्द्वारा चित्रकारो एंव भोज पर आमंत्रित अतिथियो को आहलादित कर दिया। दिनांक 17.02.2005 को गाजियाबाद के राष्ट्रीय ख्याति के कवियो के ्द्वारा काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमे ओम प्रकाश चतुर्वेदी पराग, कृष्ण मित्र, डाॅ0 कुंवर बेचैन, कमलेश भटट कमल, धनंजय सिह, बृजेश भटट, नित्यानंद तुषार, चेतन आनंद, मधु भारती, डा0 रमा सिह, योगंेद्र दत्त शर्मा, वेद प्रकाश शर्मा, मसूम गाजियाबादी, अनिल असीम एवं नेहा वैद इत्यादि ने काव्य पाठ किया। दिनांक 18.02.2005 को गाजियाबाद के प्रसिद्ध संगीतकार हरिदत्त शर्मा के निर्देशन मे उनके शिष्याओ ्द्वारा शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति की गयी। दिनांक 19.02.2005 को दूरदर्शन के कलाकारो ्द्वारा भावपूर्ण प्रदर्शन किया गया।
आतिथ्य सत्कार:
कला कलाकार, प्रशासन एवं नगर के गणमान्य व्यक्तियो के मध्य सीधा संवाद स्थापित करने हेतु कार्यक्रम की रूपरेखा बनाते समय ही यह तय किया गया कि प्रत्येक रात्रि भोज का आयोजन प्रमुख प्रशासनिक अधिकारियो ्द्वारा प्रायोजित किया जायेगा, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, सचिव, जी0डी0ए0, मेयर, नगर निगम व नगर के प्रमुख उद्यमी भी इससे प्रभावित होकर नगर के अनेक उद्यामियो ने जिलाधिकारी से सास्कृतिक कार्मियो को भोज पर निमंत्रित किया उन्हांेने कलाकारो का भरपूर स्वागत किया। प्रमुख रूप से श्री सोनी, श्री आलोक गर्ग, श्री विमल कुमार इस अभियान में जगत प्रकाश गर्ग एवं सुधीर गोयल का सहयोग महत्वपूर्ण रहा है। जिसका असर देश भर से आये कलाकारो के मन पर इतन गहरा असर पडा कि उदयपुर, राजस्थान से आये वरिष्ठ व वयोवृद्धि चित्रकार पी0एन0 चोयल ने समापन समारोह के अवसर पर अपने सम्बोधन मे विशेष रूप से इसका उल्लेख किया कि मैं दुनिया के कई देशों के आयोजित कला शिविरों में शरीक रहा हूॅ कलाकारो का इतना आदर सत्कार जीवन मे पहली बार गाजियाबाद मे हुआ।
सहभागिता:
कला उत्सव की महत्वपूर्ण उपलब्धि यह रही की जनपद एवं आसपास के विभिन्न जनपदो से भिन्न-भिन्न वर्ग के लोेगोे के चित्र कला एवं चित्रकारो से सीधे तौर पर जुडने का अवसर प्राप्त हुआ। विभिन्न विद्यालयो के छात्र-छात्राओ ने पहली बार इतने बड़़े कलाकारो को काम करते हुए देखा तथा उनकी रचना धर्मिता से लाभान्वित हुए। नवोदित कलाकारो ने भी इनके साथ काम करके बहुत कुछ सीखने एंव समझने की यत्न किया। बुद्धिजीवी, कलाशुभेच्छुओ, उद्यमी सभी किसी न किसी रूप मंे इस आयोजन से लाभान्वित हुए। इस लिए हम यह कह सकते है कि इस कार्यक्रम ने अपने उद्येष्यांे को पूरी तरह प्राप्त किया है।
मीडिया:  
कार्यक्रम के सफल के आयोजन मे मीडिया का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा। देष के सभी जाने माने पत्र पत्रिकाओ एवं जनपद के प्रिण्ट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया ने कार्यक्रम को प्रचारित एवं प्रसारित किया। दूरदर्शन दिल्ली एंव अन्य चैनलो ने भी कला उत्सव की चर्चा की।
कलाधामः
कविनगर के डी ब्लाक थाने के पीछे दिनाॅक 20 फरवरी 2005 प्रो0 रामगोपाल यादव सांसद व नेता संसदीय दल लोकसभा समाजवादी पार्टी के कर कमलो द्वारा राजपाल त्यागी मंत्री, ग्राम्य विकास, उ0प्र0 की अध्यक्षता मे कलाधाम का शिलान्यास हुआ। इस अवसर पर जिला प्रशासन व नगर के गणमान्य जन उपस्थित थे।
समापन समारोहः
समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रो0 रामगोपाल यादव सांसद व नेता संसदीय दल लोकसभा समाजवादी पार्टी थे। राजपाल त्यागी मंत्री, ग्राम्य विकास, उत्तर प्रदेश कार्यक्रम मे विशिष्ट अतिथि के रूप मे शरीक हुए, प्रो0 रामगोपाल यादव जी ने कलाकारों को ईश्वर के बाद सृजनकर्ता के रूप मे चिन्हित किया तथा इस कार्यक्रम को राजनेताओं के लिए धूप से आकर छाॅव मे बैठना स्वीकार किया। विभिन्न प्रदेशों से आये चित्रकारों को दस-दस हजार के चेक प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन मे आर0पी0 सिंह उपाध्यक्ष गा0वि0प्राधि0 ने कहा कि कलाओं के विस्तार के लिए नगर मे कला केन्द्र का होना आवश्यक है जिसका शिलान्यास आज होे गया है प्राधिकरण इसे चार माह मे निमर््िात कराकर कलाकारों को सौंप देगा। सन्तोष कुमार यादव जिलाधिकारी संरक्षक व अध्यक्ष ने कलाधाम के निर्माण के सपने के साकार होने के अपने वादे , एवं भावी योजनाओं पर चर्चा करते हुए समस्त अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किये। जनपद के समस्त जनप्रतिनिधि इस अवसर पर उपस्थित होकर चित्रकारों को सम्मानित किया, सुरेन्द्र कुमार गोयल-सांसद, सुरेन्द्र कुमार मुन्नी -विधायक, दिनेश चन्द्र गर्ग-मेयर, डा0रमेश चन्द्र तोमर- पूर्व सांसद तथा अनेक गणमान्य लोग कार्यक्रम मे शरीक हुए। कार्यक्रम के संयोजक का दायित्व लेखक का रहा है। शहर मे कला एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को दृष्टिगत रखते हुए सांस्कृतिक केन्द्र की महती आवश्यकता महसूस की जा रही है जिसका निर्माण प्रारम्भ हो गया है। सम्भव है भविष्य मे यह शहर कला और सांस्कृति का केन्द्र बने, इसी आशा के साथ...............।
सहयोगः
समस्त आयोजन श्री सन्तोष कुमार यादव जिलाधिकारी गाजियाबाद के अभूतपूर्व दिशा निर्देशन मे आयोजित हुआ जिसमे जिला प्रशासन, जन प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों, उद्यमियों एवं समाजसेवियों का योगदान रहा। से0रा0 यात्री, ओ0पी0चर्तुवेदी पराग,डा0बी0बी0 सिंह, डा0जे0एल0 रैना, डा0कुॅवर बेचैन, डा0आर0एस0मिश्रा विशेष रूप से अतुल गर्ग, जगत प्रकाश गर्ग, मि0सोनी, विमल कुमार, डा0 अशोक कुमार जैन, डा0 मुकेश जैन, डा0प्रभा रानी,डा0सुष्मिता भट्टाचार्य, डा0रीना सिंह, डा0प्रकाश चैधरी, डा0अनिल गोविन्दन,के0के0सिंह विभागीय सहयोगी छात्र- छात्राओं सहित, कार्यक्रम को बेहतर बनाने मे सहयोग किया।
प्रायोजकः
कार्यक्रम का प्रायोजन सिम्भावली शुगर मिल सिम्भावली द्वारा किया गया उनके अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा आयोजन को सफल बनाने मे महत्वपूर्ण योगदान दिया गया। विशेषकर जी0एम0 श्री भाटिया हर अवसर पर अपनी उपस्थिति दी।



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