कैम्प आर्टिस्ट

अखिल भारतीय कला उत्सव गाजियाबाद -2013
मूर्तिकार 
१.श्री तारक गरई -------------कोलकाता
२.श्री रतिलाल कन्सोदारिया ---------गुजरात
३.श्री सी पी चौधरी ...................राजस्थान
४.श्री नागप्पा प्रधानी ............  बंगलौर
५.श्री ...................................छत्तीस गढ़
६.श्री निलेश शिंदे  ............................नागपुर
७.श्री इलाचेंझियन ..................................कर्नाटक
८.श्री अशोक महापात्र ............................उडीसा
९.श्री परमेन्द्र सिंह ----------------------पंजाब
१०.डॉ.लाल रत्नाकर -------------------उत्तर प्रदेश
चित्रकार  
१. श्री ----------------------------------गुजरात
२. श्री मुरली लाहूती ----------------------------------महाराष्ट्र
३. श्री प्रेम सिंह --------------------------------------------पंजाब
४.श्री आर के यादव  --------------------------------------नई दिल्ली
५.डॉ चड्ढा ------------------------------------------उत्तर प्रदेश
६. श्री डॉ राम शब्द सिंह --------------------------------उत्तर प्रदेश
७ . डॉ.लाल रत्नाकर ---------------------------------उत्तर प्रदेश
८. श्री मनोज  बालियान ----------------------------नई दिल्ली
९. श्रीमती डॉ.लता वर्मा ------------------------------उत्तर प्रदेश
१०. श्री भारद्वाज -------------------------------------उत्तर प्रदेश
११.श्री कुमार संतोष ---------------------------------उत्तर प्रदेश
१२ . श्रीमती कविता बालियाँन ----------------------------उत्तर प्रदेश
१३ . श्रीमती प्रियंका जैन--------------------------------हरियाणा
१४ . श्रीमती प्रीती वर्मा-------------------------------नई दिल्ली
१५ .श्रीमती सीमा भाटी ----------------------------उत्तर प्रदेश
१६. श्री अरविन्द कुमार --------------------------उत्तर प्रदेश
१७. श्री प्रजापती ----------------------------------उत्तर प्रदेश


अखिल भारतीय कला उत्सव गाजियाबाद -2005

 श्री पी.एन .चोयल
उदयपुर , राजस्थान 
उदयपुर, राजस्थान के वयोवृद्ध कलाकार अखिल भारतीय कला उत्सव गाजियाबाद -2005 में शिरकत किये और गाजियाबाद का यह उत्सव उनकी दृष्टि में अब तक का सर्वोत्तम उत्सव रहा यह बात उन्होंने अपने संबोधन में स्वीकार की . अब वह इस दुनिया में नहीं हैं .
डॉ.एच.एन.मिश्र 
वाराणसी/देहरादून, उत्तराँचल 
डॉ, मिश्र की कृति 
डॉ.ह्रदय नारायण मिश्र  बनारस के मूल निवासी थे इनकी शिक्षा दीक्षा जे जे स्कूल ऑफ़ आर्ट से हुयी, गाजियाबाद के कला उत्सव-2004,2005,2006/2007 के लिए इनका योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण रहा है, इन्होने कला के प्रमोशन और उसकी सेवा में अपना पूरा जीवन लगा दिया, देहरादून के दयानंद कालेज में चित्रकला के अध्यक्ष के रूप में कार्य किये परन्तु अब वह  हमारे बीच नहीं हैं .


अखिल भारतीय कला उत्सव गाजियाबाद -2006
मूर्तिकार;
अवतार सिंह 
अमृतसर, पंजाब 
अवतार सिंह जी का योगदान कलाधाम के स्थापना वर्ष 2006 के उत्सव में शरीक होकर एक मूर्ति का निर्माण किये हुए हैं, यद्यपि यह बहुत ही छोटी रचना है। (आज यह भी हमारे बीच नहीं हैं)


तारक गरई 
कोलकाता
 















अखिल भारतीय कला उत्सव गाजियाबाद -2006



पद्मश्री राम वी. सुतार 
जन्म: 19 फरवरी 1925 । गोंदूर, जिला धूलिया, महाराष्ट्र। जे.जे. स्कूल आॅफ आर्ट से माडलिंग एवं स्कल्पचर में डिप्लोमा। वर्ष 1999 में पद्मश्री से विभूषित किए गए। अन्य अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कारों से पुरस्कृत। आइफैक्स के अध्यक्ष एवं आल इंडिया स्कल्पचर फोरम नई दिल्ली के सदस्य। अजंता एवं एलोरा गुफाओं की मुर्तियों के संरक्षण के दायित्व का निर्वहन।
वी. एस. राही
जन्म: 1929, अगस्त 9, जन्म स्थान हमीरपुर,(उ0 प्र0) शिक्षा: शान्ति निकेतन से फाइन आर्ट में डिप्लोमा। स्व. नन्दलाल बोस के शिष्य, एकल प्रदर्शनियाॅ, राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रदष्र्ठानियों में सहभागिता व आयोजन। संप्रति: आइफैक्स के कोषाध्यक्ष के पद पर कार्यरत।
डाॅ0 कप्पू रजईया
जन्म: 7 अप्रैल, 1925, सीद्दीपेट, आन्ध्र प्रदेश। शिक्षा: ड्राइंग और पेंटिग में डिप्लोमा, मदªास व हैदराबाद आर्ट काॅलेज से। अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले डाॅ0 कप्पू के चित्रो में भारतीय संस्कृति की ही झलकियाॅ हैं। कई पुरस्कारों व संस्थाओं द्वारा सम्मानित व कला से सम्बन्धित कार्यक्रमों का आयोजन। विभिन्न राष्ट्रीय व राज्य स्तर के कैम्प में सहभागिता। देश-विदेश के विभिन्न संस्थानों में कलाकृतियाॅ संरक्षित।
अवतार सिंह
जन्म: 1934 मे पश्चिमी पाकिस्तान मे। प्रख्यात मूर्तिकार। शिक्षा दिल्ली पालीटेक्निक, दिल्ली से डिप्लोमा। राष्ट्रीय पुरस्कार एवं राष्ट्रीय छात्रवृत्ति से, सम्मानित। (त्रिनाले इंडिया) एवं अंतराष्ट्रीय मूर्तिकला प्रदर्शनी (हंगरी) मे सहभागिता। देश-विदेश मे कई काम संग्रहित ।
जितेन हजारिका 
जन्म: 04 दिसंम्बर 1936, असम। देश विदेश मे एकल एवं सामूहिक प्रदर्शनियो व कैम्प मे शिरकत। कई संस्थाओ द्वारा सम्मानित व पुरस्कृत, कलाकृतियाॅ विभिन्न सरकारी व निजी संस्थानो मे संग्रहीत। सम्प्रतिः सेना से सेवा निवृत्ति के उपरांत नोएडा मे रहकर कला साधना।
हरीश श्रीवास्तव
जन्म: 1941, जुलाई 20, राय बरेली(उ0प्र0) मेरठ विश्वविद्यालय से स्नातक। राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय प्रदर्शनियो मे सहभागिता। एकल प्रदर्शनियाॅ। 1980 मे ललित कला अकादमी का राष्ट्रीय पुरस्कार व अन्य पुरस्कारो से सम्मानित। मुख्यतः पहाडो व पठारो को अपने चित्रो मे संजोते है।
राम किशोर यादव
जन्म: 12 फरवरी, 1937, प्रतापपुर, जिला आगरा (उ0प्र0) काॅलेज आॅफ आर्ट, नई दिल्ली से स्नातक, देश विदेश का व्यापक भ्रमण एवं एकल एवं सामूहिक चित्र प्रदर्शनियाॅ आयोजित करने का श्रेय। अनेक कला शिविरो मे हिस्सेदारी प्रतिष्ठित पुरस्कारो से पुरस्कृत एवं कई कला संस्थानो द्वारा सम्मानित। संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के पूर्व फेलो एंव ब्रिटिश काउंसिल, लंदन के पूर्व फेलो। देश विदेश के कई कला-संस्थानो एवं निजी संग्रह मे पेटिंग संग्रहित। डी.ए.वी.पी. भारत सरकार मे आर्ट एक्जीक्यूटिव के रूप मे सेवा। राधा-कृष्ण और मीरा-कृष्ण के विविध चित्रो के माध्यम से कैनवास पर आनन्द के भाव को साकार करने वाले राम किशोर यादव की कला- यात्रा वस्तुतः एक आध्यात्मिक यात्रा है।
जी. वाई गिरी 
जन्म: 1942, सिकंदराबाद (आॅध्र प्रदेश) बहुमुखी प्रतिभा के धनी श्री जी वाई गिरी की शिक्षा दिल्ली एवं बडौदा मे हुई। पूर्व प्राध्यापक। विभिन्न विश्वविद्यालयो/संस्थानो मे विभिन्न दायित्वो का निर्वाहन। अनेक पुरस्कारो से पुरस्कृृत। कई एकल एवं सामूहिक प्रदर्शनी। कई शिविरो मे सहभागिता अंाध्र प्रदेश सरकार द्वारा प्रायोजित कई मूर्तियो का सृजन। राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय स्तर पर कई सरकारी/निजी कला संस्थानो एवं निजी संग्रहो मे कला कृतियाॅ संग्रहित। कई पत्र-पत्रिकाओ मे अनेक लेख प्रकाशित ।
डा0 बल्देव गम्भीर
जन्म पाकिस्तान मे 25 अगस्त 1943 मे। काॅलेज आॅफ आर्ट लखनऊ से स्नातक एवं एम0ए0 की शिक्षा चित्रकला मे। अनेको पुरस्कार विभिन्न संस्थानो से प्राप्त। दर्जनो एकल प्रदर्शनियाॅ एवं अनेक सामूहिक प्रदर्शनियाॅ हो चुकी है। डी.ए.वी. महिला महाविद्यालय अमृतसर मे विभागाध्यक्ष पद से सेवानिवृत्ति के उपरांत रचनात्मक एवं सामाजिक गतिविधियो मेे संॅलग्न।
श्री तारक गरई 
जन्म: 2 मार्च, 1946, पश्चिम बंगाल, कलाभवन, विश्व भारती, शांति निकेतन से स्नातक। प्रख्यात मूर्तिकार राम किंकर बैज के शिष्य। मूर्तिकला की विभिन्न विद्याओ मे सिद्धहस्त श्री तारक गरई की मूर्तियो पर संथाल के आदिवासी जीवन का गहरा प्रभाव है। उर्जा के साथ शांतिपूर्ण परिपूर्णता इनकी मूर्तियो की विशेषता है। 1972 से मूर्तिकला मे अनुसंधारत श्री गरई ने(ब्रांज कास्ंिटगं) मे विशेष निपुणता अर्जित की है अनेक प्रदर्शनियाॅ एवं कला शिविरो मे सहभागिता। अनेक कला शिविरो एवं कार्यशालाओ का संयोजक एवं निर्देशन। ललित कला अकादमी की राष्ट्रीय प्रदर्शनी सहित राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय कई प्रदर्शनियो के निर्णायक मंडल के सदस्य। ललित कला अकादमी, नई दिल्ली के पूर्व निर्वाचित सदस्य। कई पुरस्कारो से पुरस्कृत। राष्ट्रीय स्तर के कई शासकीय एवं निजी संस्थानो मे कृतियाॅ संग्रहित।
डा. एच. एन. मिश्रा
जन्म: 1945, जे.जे. स्कूल आॅफ आर्ट के स्नातक। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी से पी.एच.डी. की उपाधि। देश- विदेश में कई एकल व सामूहिक प्रदर्शनियाॅ। भारत सरकार उ.प्र. सरकार एवं रेलवे द्वारा सौंपे गए कई कला दायित्वों का निर्वहन। कई बार विदेश भ्रमण। कई कला शिविरों में सहभागिता, देश-विदेश के प्रतिष्ठित संस्थनों एवं निजी संग्रहों में अनेक कलाकृतियाॅ संग्रहित। कई डाक्यूमेंट्री फिल्मों के निर्देशन। नई दिल्ली, काठमांडु सहित अनेक नगरों में (वाटरफाल्स) की डिजाइन एवं एक्जीक्यूसन। संप्रति: डी. ए. वी. काॅलेज देहरादून के चित्रकला विभाग में रीडर पद पर कार्यरत।
डा. राम शब्द सिंह
जन्म: 1 जुलाई 1950, आजमगढ.(उ0प्र0) काशी हिन्दू वि.वि., वाराणसी से एम.एफ.ए. एवं चै. चरण सिंह वि.वि. मेरठ से पी.एच.डी.। कई एकल एवं सामूहिक चित्र प्रदर्शनी, कला शिविरों में सहभागिता। विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित। अनेक महत्वपूर्ण संस्थानों एवं निजी संग्रहो में अनेक कलाकृतियाॅ संग्रहित। सम्प्रति: जे. वी. जैन कालेज, सहारनपुर(उ0प्र0) के चित्रकला विभाग के अध्यक्ष।

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